Insight Theory Of Learning | अंत:दृष्टी का सिद्धांत

Insight Theory Of Learning / अंत:दृष्टी का सिद्धांत

Insight Theory Of Learning | अंत:दृष्टी का सिद्धांत :-  सूझ या अंतःदृष्टि सिद्धांत का प्रतिपादन गेस्टाल्ट मनोवैज्ञानिकों द्वारा जिसमें कोलहर और कोफका महोदय ने किया। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि इस सिद्धांत के अनुसार व्यक्ति किसी प्रतिक्रिया को सूझ या अंतर्दृष्टि द्वारा सीखता है। जब भी व्यक्ति किसी विषय या पाठ को सीखता है तो वह सीखने से संबंधित परिस्थिति के हर पहलू को समझने की कोशिश करता है। इस कोशिश में वह परिस्थिति के विभिन्न पहलुओं को नए ढंग से प्रत्यक्षण कर संगठित करने का प्रयत्न करता है ताकि समस्या का समाधान आसानी से हो सके। जब वह नए परिस्थिति के भिन्न-भिन्न पहलुओं को नए ढंग से प्रत्यक्षण कर उसके आपसी संबंध को समझता है तो उसमें अचानक सूझ उत्पन्न होती है जिसे आहा अनुभव भी मनोवैज्ञानिको ने कहां है। आत: सूझ अचानक उत्पन्न होती है और इसके लिए अभ्यास की जरूरत नहीं होती है।

फर्नाल्ड और पर्नाल 1979 के अनुसार सूझ से कोलहर का तात्पर्य इस बात से था कि समस्या का समाधान उद्दीपन अनुक्रिया संबंधों के धीरे-धीरे बनने से नहीं होता है बल्कि उद्दीपनो के बीच संबंधों को अचानक समझने से होता है।

सीखने वाले व्यक्ति ने जैसे ही सूझ उत्पन्न होती है वह तुरंत सही अनुक्रिया करता है और इस तरह व्यक्ति सही अनुक्रिया को करना सीख लेता है। कोलहर और कोफका की इस व्याख्या से स्पष्ट है कि सीखना धीरे-धीरे नहीं बल्कि एकाएक होता है क्योंकि यह सूझ द्वारा होता है ना कि अभ्यास तथा प्रयत्न या मूल के द्वारा।

प्रयोग

→ कोलहर ने एक पिजड़े में सुल्तान नामक चिंपैंजी को बंद कर दिया वनमानुष या सुल्तान भूखा था पिंजड़े के बाहर कुछ दूरी पर केला रख दिया गया था पिंजरे में तीन छोटी-छोटी छड़ी भी रख दी गई थी जिस की बनावट कुछ ऐसी थी कि वह एक दूसरे से जोड़ी जा सकती थी। सुल्तान भूखा और पिंजरे कि बाहर अकेला रखा था खेलों को बार-बार देखकर सुल्तान को गुस्सा आ रहा था और पिंजरे के अंदर ही उछल कूद रहा था। इसी उछल कूद के समय सुल्तान के अचानक पिंजरे में रखी छड़ी पर नजर पड़ी। इसके उपरांत सुल्तान ने पहले एक घड़ी को उठाया छड़ी से बाहर रखे केले को अपनी ओर खींचने का प्रयत्न किया। चुकी छड़ी छोटी बहुत छोटी थी इसलिए वह बाहर रखे केले तक नहीं पहुंच पाया। इसके उपरांत सुल्तान की नजर दूसरी छड़ी पर पड़ी और दोनों छड़ी से खेलने लगा और खेलने के समय यह दोनों छडीयो जुड़ गई जिससे उसकी लंबाई भी ज्यादा हो गई और फिर सुल्तान बाहर रखे केले को छड़ी से अंदर खींचने का प्रयत्न किया और चुकी दोनों छड़ी जुड़ने के बाद भी केले का पिंजर के दूर होने के कारण वह केला को प्राप्त नहीं कर पाया तो उसकी नजर पिंजरे में रखी तीसरी छड़ी पर पड़ी और इस बार सुल्तान ने छड़ी को जोड़ना सीख लिया तो वह पहले से जुड़ी दोनों छड़ी इसमें तीसरी छड़ी को जोड़कर बाहर रखे केले को प्राप्त किया और अपनी भूख मिटा ली।

विशेषता

स्थिति की व्यवस्था
  • सूझ उत्पन्न होने में सरलता तभी होती है जब हम समस्या से संबंधित सभी अंगों को इस प्रकार से व्यवस्थित कर लेते हैं कि उनमें संबंध देखा जा सके। जैसे छड़ी और केले एक ही सीध में रखी जाए।
पुनरावृति

सूझ में कार्य की पुनरावृति उचित विधि से होती है। उसमें त्रुटि की संभावना नहीं होती है। अतः सीखने के स्थायित्व होता है

स्थानांतरण

सूझ  के द्वारा सिखा गया ज्ञान स्थानांतरण उपयोगी होता है। उसमें साधन और साध्य के बीच संज्ञानात्मक संबंध होता है।

अनुभव

सूझ व्यक्ति के अनुभव पर निर्भर करता है। जितना अधिक अनुभव सीखने वाले का होगा उतना ही सूझ का प्रयोग वह कर लेगा।

 

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