Neki ka fal – नेकी का फलshort moral story in hindiNeki ka fal short moral story in hindi :- नेकी का फल की कहानी नेकी का फल एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव में एक गरीब किसान रहता था। उसका नाम रामबाबू था। रामबाबू बहुत ही मेहनती और ईमानदार किसान था। वह अपने छोटे से खेतों में प्रतिदिन काम करता था और अपने परिवार का पालन-पोषण किया करता था। उसकी एक माता थी और एक छोटी सी बेटी थी। एक दिन, रामबाबू अपने खेत में काम कर रहा था। तभी उसने एक अजीब सा पत्थर देखा। वह पत्थर को उठाकर देखने के लिए उसकी ओर बढ़ा। जैसे ही उसने पत्थर को उठाया, उसने देखा कि पत्थर के नीचे कुछ चमकदार चीज़ है। वह उसे खोदने लगा और उसने एक पुराना सोने का सिक्का निकाला। रामबाबू को बहुत ही खुशी हुई। वह सोने का सिक्का लेकर घर आया और उसे अपनी पत्नी के साथ बांटा। उसकी पत्नी को भी बहुत ही खुशी हुई और उसने उसे धन्यवाद दिया। दूसरे दिन, रामबाबू को एक अजीब सी आवाज सुनाई दी। वह अपने खेत में गया और देखा कि एक वृद्ध औरत वहाँ खड़ी थी। वह आवाज कर रही थी, “ओ रामबाबू, मुझे भूख लगी है। क्या तुम मुझे कुछ खाने का कुछ दे सकते हो?” रामबाबू ने उसकी आवाज सुनी और उसके पास जाकर उसे खाना खिलाया। वह वृद्ध औरत बहुत ही खुश हो गई और उसने रामबाबू का आभार प्रकट किया। कुछ ही दिनों बाद, रामबाबू को एक बड़ा सुरप्राइज मिला। उसके खेत में खुदाई के दौरान उसने एक बड़ा खजाना खोजा। वह बहुत ही खुश हुआ और उसने खजाने को घर ले आया। खजाने में बहुत सारे सोने के सिक्के, ज्वेलरी और अन्य मूल्यवान वस्तुएं थीं। रामबाबू ने उस दिन को अपने जीवन का सबसे खुशी दिन माना। उसने खजाने की खुशखबरी अपनी पत्नी और बच्चों को दी और उन्हें बताया कि यह सब उस वृद्ध औरत की नेकी की करतूत है। रामबाबू ने वह वृद्ध औरत को ढूंढ निकाला और उसे उसे खजाने के बारे में बताया। वह वृद्ध औरत बहुत ही हैरान और खुश हो गई। उसने कहा, “ओ रामबाबू, मुझे यह सोने का सिक्का नहीं चाहिए था, मैं बस भूखी थी और मुझे थोड़ा खाना चाहिए था।” रामबाबू ने उस वृद्ध औरत की बात सुनकर हैरान होते हुए कहा, “आपने मुझे नेकी की शिक्षा दी है, जो मैं हमेशा याद रखूंगा। यह सोने का सिक्का मेरे लिए सच्चे धन से भी अधिक मूल्यवान है।” Neki ka fal Kids Motivational Story in Hindi इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि नेकी का फल हमेशा मिठा होता है। यह हमें यह बताता है कि हमें हमेशा दूसरों की मदद करनी चाहिए, क्योंकि हम न केवल उनकी मदद करते हैं, बल्कि हमारी मदद से हमें भी अच्छा फल मिलता है।
|