Mehnat ka Mahtava – मेहनत का महत्वshort moral story in hindimehnat ka mahtava short moral story in hindi :- मेहनत का महत्व की कहानी मेहनत का महत्व एक गाँव में एक गरीब किसान रहता था जिसका नाम रामलाल था। रामलाल की एक छोटी सी परिवारिक समस्या थी, और वह हमेशा यह सोचता रहता कि वह अपने परिवार को बेहतर भविष्य दे सके। लेकिन उसके पास कोई ऐसा साधन नहीं था जो उसे इस दिशा में आगे बढ़ने में मदद कर सकता। रामलाल को खेती में बहुत ही शौक था। वह अपने छोटे से खेत में प्रतिदिन मेहनत करता था, लेकिन उसका मन में हमेशा यह सवाल रहता कि क्या वह अपने मेहनत से कुछ अधिक प्राप्त कर सकता है। एक दिन, उसने एक बुजुर्ग किसान से पूछा, “क्या मेहनत का सच में कोई महत्व है?” बुजुर्ग किसान ने हँसते हुए कहा, “हाँ, बेटा, मेहनत का सच में बहुत बड़ा महत्व होता है। मेहनत की जब फल मिलता है, तो उसकी मिठास दूसरे किसी चीज से कम नहीं होती।” रामलाल ने बुजुर्ग किसान की बातों को गहराई से समझने का प्रयास किया। उसने सोचा कि वह भी अब अपनी मेहनत में और ज्यादा लगाव देगा। उस दिन के बाद, रामलाल ने खेत में और भी अधिक मेहनत करना शुरू कर दिया। वह अपने खेत की देखभाल में और भी सावधानी और ध्यान से करने लगा। समय के साथ, रामलाल की मेहनत और लगन ने उसके खेतों को खूबसूरत और फलदार बना दिया। उसकी खेती में बेहतरीन प्रजातियाँ उगने लगीं और उसकी उपज भी दोगुनी हो गई। रामलाल को खुशी हुई कि उसकी मेहनत और लगन ने उसके लिए फल देना शुरू कर दिया है। लेकिन उसने अभी भी सोचा कि क्या उसकी मेहनत से और भी अधिक प्राप्त हो सकता है। एक दिन, जब रामलाल खेत में काम कर रहा था, तभी उसने एक अजीब सी गाय को देखा। गाय बहुत ही कमजोर और दुखी दिख रही थी। रामलाल ने गाय के पास जाकर पूछा, “क्या तुम ठीक हो?” गाय ने दुखी आवाज में कहा, “नहीं, मैं बहुत ही दुखी हूँ। मुझे भूख और प्यास लगी है, लेकिन मेरे मालिक मुझे खाना नहीं देते।” रामलाल ने उसे खाना खिलाया और उसे अपने खेत की ओर भेज दिया। गाय ने रामलाल का आभार प्रकट किया और उसने उसे धन्यवाद दिया। रामलाल को गाय की स्थिति देखकर अचानक एक विचार आया। उसने समझा कि वह भी अपने प्रयासों से कुछ बड़ा कर सकता है। उसने तुरंत गाय के लिए एक स्थायी स्थान बनाने का निर्णय लिया और उसे खाना-पीना उपलब्ध करवाने का फैसला किया। समय के साथ, गाय के स्थायी स्थान के लिए रामलाल की मेहनत और प्रयास ने उसे बहुत सारी खुशियाँ देने लगे। गाय अब खुश और स्वस्थ थी, और उसने उसके खेतों के लिए भी अधिक उपज प्रदान की। रामलाल ने यह देखा कि उसकी मेहनत और लगन ने उसे न केवल अपने परिवार के लिए, बल्कि अपने पशुओं और अपने समाज के लिए भी उत्कृष्टता और सम्मान प्रदान किया। इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि मेहनत का सच में बहुत महत्व होता है। हमें हमेशा मेहनत करने के लिए प्रेरित होना चाहिए, क्योंकि मेहनत हमें सफलता की ऊँचाइयों तक पहुँचाती है। और हमें हमेशा दूसरों की मदद करने का प्रयास करना चाहिए, क्योंकि नेकी का फल हमेशा मिठा होता है।
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